Saturday 14 September 2019

पीएम ने एक तीर से साधे कई निशाने

पीएम ने एक तीर से साधे कई निशाने  
  आगामी विधानसभा चुनावों के मध्येनजर झारखंड बीजेपी के लिए कितना महत्वपूर्ण है, पीएम मोदी के दौरे से भी यह बात साफ हो गई है। पीएम ने राज्य में जिस तरह से दोबारा डबल इंजन की सरकार बनाने की बात कही,
उससे साफ जाहिर होता है कि वह झारखंड को आने वाले विधानसभा चुनावों के मध्येनजर कितना अहम मान रहे हैं। झारखंड सरकार ने पिछले पांच साल के कार्यकाल में जिस तरह से आम लोगों के लिए योजनाओं की घोषणा की और उनके संचालन में गंभीरता दिखाई है, उसे भी बीजेपी अचूक मंत्र के रूप में इस्तेमाल करने का पक्का मन बना चुकी है। लिहाजा, पीएम मोदी ने झारखंड के दौरे के दौरान एक तीर से कई निशाने साधे। विभिन्न योजनाओं के सफल संचालन में जहां सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास की जमकर तारीफ की, वहीं केंद्र सरकार के कार्यों का भी खुलकर बखान किया। उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ में कहा कि सूबे में विकास के जितने भी कार्य हो रहे हैं, उनमें उनके मित्र व झारखंड के मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि इससे पहले झारखंड घोटालों के राज्य के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब परिस्थितियां बदली हैं। राज्य विकास के मामलों में देश के कई राज्यों से आगे है। ऐसे में, पीएम का साफ संकेत इस बात को स्पष्ट करता है कि बीजेपी आगामी विधानसभा चुनावों में राज्य के विकास को खूब भुनाएगी।  अगर, विकास की रथ यात्रा में शामिल करने की बात करें तो वह युवाओं, किसानों और आदिवासियों की बात करना नहीं भूले। जहां उन्होंने नए विधानसभा भवन को एक पवित्र स्थान बताया वहीं, युवाओं का एक बार जरूर विधानसभा भवन देखने का आह्वान भी किया। किसानों को लेकर भी पीएम ने कई तथ्य सामने रखे, जिसमें उन्होंने किसान पेंशन योजना के संबंध में कहा कि इस योजना के तहत 6.5 करोड़ किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ की राशि जमा हो चुकी है, जबकि झारखंड में 8 लाख किसानों के खाते में 250 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। आदिवासियों के संबंध में पीएम ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकारें आदिवासियों की सेहत, इलाज, पेंशन, सुरक्षा, पढ़ाई आदि हर क्षेत्र में मदद कर रही है। आदिवासी छात्रों की शिक्षा को सुधारने के लिए 462 मॉडल एकलव्य विद्यालयों की नींव रखी जा रही है। केंद्र सरकार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के हर आदिवासी छात्र को एक लाख रुपए से अधिक देगी। वहीं, हाईवे के निर्माण के संबंध में पीएम ने कहा कि 9 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का काम चल रहा है। भारत माला के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग को निरंतर विस्तार दिया जा रहा है।
    केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के तहत भी सरकार के 100 पूरे होने के संबंध में पीएम ने कहा कि 100 दिन में तो ट्रेलर दिखा है, जबकि फिल्म दिखना अभी बाकी है। उन्होंने इस दौरान तीन तलाक, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से लेकर आंतकवाद निरोधक कानून को निर्णायक बनाए जाने के संबंध में भी खुलकर अपनी बात रखी। कुल मिलाकर पीएम मोदी का झारखंड दौरा एक तरह से सामान्य दौरा नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों का पूरा खाका था, जिसमें जनता की टोह लेने के साथ-साथ उन्हें विकास की यात्रा में शामिल बनाए रखने की दृढ़ इच्छा शक्ति भी प्रबल रूप से दिखाई दी, क्योंकि इस दौर में जिस प्रकार विकास की जरूरत है, उसी रूप में आम आदमी के स्तर को भी उठाने की सख्त जरूरत है। केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार की योजनाओं में यह बात साफ तौर पर झलकती है। इसी खासियत को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकार किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती है। पीएम का डबल इंजन की सरकार बनाने का संदेश साफ था कि अगर, राज्य में दोबारा बीजेपी की सरकार बनती है तो राज्य में विकास की जो गति है, उसमें किसी भी तरह का ब्रेक नहीं लगेगा, क्यों‌कि केंद्र में भी बीजेपी की ही सरकार है। केंद्र सरकार राज्य सरकार को पूरा समर्थन देगी और राज्य में संचालित योजनाओं को गति देने में उसकी पूरी मदद करेगी।
  असल में, बीजेपी की चुनाव मशीनरी झारखंड राज्य में पूरी तरह सक्रिय है और पार्टी ने हर हाल में 65 प्लस का लक्ष्य भेदने का मन बनाया है। इसके लिए बीजेपी ने एक किस्म की नई राजनीति को भी जमीन पर उतारा है, जिसके तहत जनता को पार्टी से जोड़ा ही जा रहा है, बल्कि विपक्षियों में भी सेंध लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। अब तक देखा जाता रहा है कि राजनीतिक दल अपना घर मतबूत करने में जुटते रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने इस बार विरोधियों को भी कमजोर  करने पर खासा ध्यान लगा रखा है। इसके अतिरिक्त अपने घर को मजबूत बनाए रखने के तहत पार्टी ने राज्य में 25 लाख नए सदस्य बनाने का अभियान चला रखा है, जिसका असर आगामी चुनावी रण में निश्चित ही देखने को मिलेगा।

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