Monday 3 December 2018

पारा शिक्षकों के मामले में सरकार

*विकास को गति देने के लिए सरकार को हठ छोड़ने की जरूरत*
दिल्ली की नजरे उन पांच राज्यो के चुनाव पर है जिसका जनादेश 2019 की सियासत को पलटाने के संकेत भी दे सकता है और कोई विकल्प है नहीं तो खामोशी से मौजूदा सत्ता को ही अपनाये रह सकता है । वाकई सियासी गलियारो की सांसे गर्म है  घडकने बढी हुई है । एेसे समय में पारा शिक्षकों की हड़ताल झारखंड सरकार की गले की फांस बनती जा रही है
क्योकि जीत हार इस वार बहुत हद तक पारा शिक्षकों के परिवार वोटर को तय करनी है जिसकी पहचान शिक्षा के विकास पुरुष के  तौर पर है  ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षा का भार इनके कंधे पर है और इनकी सोच बहुत स्पष्ट है
बीजेपी नहीं तो काग्रेस या फिर  रधुवर नहीं तो हेमंत सोरेन ।
गजब की सियासी बिसात झारखंड के सामने आ खडी हुई है

No comments:

Post a Comment

नई सरकार में देखने को मिलेगा बहुत कुछ नया

देवानंद सिंह  लोकसभा 2024 आम चुनावों के बाद यह तय हो चुका है कि एनडीए सरकार बनाने जा रही है और रविवार को मोदी कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह हो...